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भारत में ह्यूमन मेटाप्नीमोनो वायरस (HMPV), पंजाब में स्थिति और बचाव उपाय

चीन से शुरू होकर भारत में फैलने वाले ह्यूमन मेटाप्नीमोनो वायरस (HMPV) ने अब देशभर में लोगों को चिंता में डाल दिया है। कर्नाटका, गुजरात और चेन्नई में इस वायरस के कारण कई बच्चों के संक्रमित होने की खबरें आई हैं, जिससे लोगों में घबराहट का माहौल है। हालांकि, पंजाब में इस वायरस के अभी तक कोई मामले सामने नहीं आए हैं। इस संबंध में मंगलवार को केंद्रीय सरकार द्वारा जारी की गई सलाह के बाद, अब राज्य स्वास्थ्य विभाग भी इस वायरस से बचाव के उपायों पर ध्यान दे रहा है।

HMPV वायरस क्या है?

HMPV वायरस एक श्वसन तंत्र (respiratory tract) को प्रभावित करने वाला वायरस है, जो आमतौर पर सर्दियों में फैलता है। यह वायरस फ्लू जैसे लक्षण उत्पन्न करता है, जैसे कि बुखार, खांसी, गले में खराश, सिरदर्द, और थकान। इस वायरस के प्रभाव से बच्चों और बुजुर्गों के लिए खतरा बढ़ सकता है, क्योंकि उनका इम्यून सिस्टम कमजोर होता है। हालांकि, यह वायरस गंभीर या जानलेवा नहीं है, और सही उपचार से ठीक हो सकता है।

HMPV वायरस के लक्षण

इस वायरस के प्रमुख लक्षण फ्लू जैसे होते हैं, जिनमें बुखार, खांसी, सांस लेने में परेशानी, गले में खराश, नाक बहना, और सिर दर्द शामिल हैं। यह वायरस बच्चों और बुजुर्गों में अधिक गंभीर रूप ले सकता है। वायरस के संपर्क में आने के बाद 3 से 7 दिन के भीतर लक्षण दिखने शुरू हो सकते हैं।

पंजाब में HMPV के मामले

पंजाब में अब तक HMPV वायरस के कोई मामले सामने नहीं आए हैं, लेकिन अन्य राज्यों से इस वायरस के फैलने की खबरों ने प्रशासन को सतर्क कर दिया है। राज्य स्वास्थ्य विभाग ने अब सर्तकता के उपायों पर काम करना शुरू कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार, वायरस के खतरे को ध्यान में रखते हुए लोगों को एहतियात बरतने की सलाह दी जा रही है।

डॉक्टरों का कहना

डॉक्टरों के अनुसार, HMPV वायरस एक सामान्य सर्दी-जुकाम जैसा वायरस है जो हर साल सर्दियों में फैलता है। हालांकि, इसका प्रसार सीधे संपर्क से होता है, जैसे कि हाथ मिलाना या गले लगना। ऐसे में डॉक्टरों की सलाह है कि हम इस वायरस से बचने के लिए “नमस्ते” करने की आदत डालें, ताकि सीधे संपर्क से बचा जा सके।

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के अध्यक्ष और बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. एमएस भूटानी का कहना है कि यह वायरस न तो गंभीर है और न ही जानलेवा। यह कई दशकों से सर्दी के मौसम में फैलता आ रहा है, और इससे बचाव केवल एहतियात बरतने से किया जा सकता है।

HMPV वायरस से बचाव के उपाय

इस वायरस से बचने के लिए कुछ सामान्य उपायों को अपनाना जरूरी है:

  1. हाथ मिलाने से बचें: वायरस के प्रसार से बचने के लिए हाथ मिलाने के बजाय नमस्ते करें।
  2. खांसी और छींक के दौरान मुंह और नाक ढकें: इससे अन्य लोगों को संक्रमण से बचाया जा सकता है।
  3. भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचें: जहां अधिक लोग एक साथ इकट्ठा होते हैं, वहां जाने से बचें।
  4. बार-बार हाथ धोएं: हाथों को साबुन से अच्छे से धोना चाहिए, खासकर जब आप बीमार हों।
  5. समान वस्त्र और बर्तन साझा न करें: यदि आप बीमार हैं, तो अपने कपड़े और बर्तन दूसरों से साझा न करें।
  6. बीमार होने पर घर पर रहें और उपचार लें: जब आप बीमार हों तो घर पर ही आराम करें और डॉक्टर द्वारा निर्धारित उपचार लें।

HMPV के इलाज के उपाय

अभी तक HMPV वायरस के लिए कोई वैक्सीन या एंटीवायरल इलाज नहीं है। हालांकि, ज्यादातर लोग आराम और हाइड्रेशन (पानी की आपूर्ति) से ठीक हो जाते हैं। अगर किसी व्यक्ति में वायरस के लक्षण दिखाई देते हैं, तो उसे अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता हो सकती है, खासकर बच्चों और बुजुर्गों के मामले में।

डॉ. राजीव शर्मा, जो कि सिविल अस्पताल के रिटायर्ड मेडिकल सुपरीटेंडेंट और चेस्ट डिजीज स्पेशलिस्ट हैं, का कहना है कि HMPV मुख्य रूप से फेफड़ों को प्रभावित करता है और यह फ्लू जैसे लक्षण उत्पन्न करता है। ठंडे मौसम में इस वायरस के प्रभाव से अधिक नुकसान हो सकता है।

कोरोना और HMPV में अंतर

HMPV वायरस और कोरोना वायरस में समानताएं हैं, क्योंकि दोनों वायरस श्वसन तंत्र को प्रभावित करते हैं और सीधे संपर्क से फैलते हैं। हालांकि, कोरोना के मुकाबले HMPV वायरस कम गंभीर है। कोरोना के लिए जहां विशेष उपचार और वैक्सीन उपलब्ध हैं, वहीं HMPV के लिए कोई वैक्सीन नहीं है।

पंजाब स्वास्थ्य विभाग की तैयारियां

पंजाब के स्वास्थ्य विभाग ने इस वायरस के प्रसार को रोकने के लिए एहतियाती कदम उठाए हैं। सिविल सर्जन डॉ. गुरमीत लाल के अनुसार, राज्य में अभी तक HMPV के कोई मामले सामने नहीं आए हैं, लेकिन केंद्रीय सरकार की सलाह के बाद, अब सभी स्वास्थ्य केंद्रों को निर्देश दिए जाएंगे कि वे इस वायरस के प्रति जागरूकता फैलाएं।

इसके अलावा, कोविड और स्वाइन फ्लू के लिए पहले से आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं, जिन्हें HMPV के मामलों से निपटने के लिए उपयोग में लाया जा सकता है।

HMPV वायरस एक सामान्य श्वसन संक्रमण है जो सर्दियों में फैलता है, लेकिन इसके प्रसार को रोकने के लिए सावधानी बरतना आवश्यक है। यदि हम पहले से ही एहतियात बरतते हैं, तो इस वायरस से बचाव संभव है। पंजाब में अभी तक इस वायरस के कोई मामले सामने नहीं आए हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। यदि आप HMPV के लक्षण महसूस करते हैं, तो जल्द से जल्द चिकित्सक से संपर्क करें और आराम करें।

यह वायरस आमतौर पर खतरनाक नहीं है, लेकिन इसे नज़रअंदाज करने से समस्या बढ़ सकती है। इसलिए, हर किसी को सावधान रहकर इस वायरस से बचने के लिए जरूरी कदम उठाने चाहिए।

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